Per Drop More Crop: क्या आप हर बूंद का सही इस्तेमाल कर रहे हैं?
अगर आप भी एक किसान हैं या खेती से जुड़े हुए हैं, तो PMKSY (प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना) आपके लिए एक game-changer साबित हो सकती है। सरकार का उद्देश्य है – हर खेत को पानी और हर बूंद से ज़्यादा फसल। 2025 में इस योजना में नए updates आए हैं जो हर किसान को सीधे फ़ायदा पहुंचाएंगे।
योजना का मुख्य उद्देश्य
- सूक्ष्म सिंचाई (micro irrigation) का प्रचार
- पानी की बर्बादी को रोकना
- हर खेत तक सिंचाई व्यवस्था पहुँचाना
- ज़्यादा फसल, कम खर्च
पात्रता (Eligibility Criteria)

मापदंड | विवरण |
---|---|
आवेदक | कोई भी किसान (छोटे या सीमांत) |
भूमि का स्वामित्व | किसान के नाम पर ज़मीन होनी चाहिए |
आधार कार्ड | अनिवार्य |
बैंक खाता | आधार लिंक के साथ सक्रिय बैंक खाता |
मिलने वाले लाभ (Subsidy)
श्रेणी | सब्सिडी (%) | सीमा (प्रति हेक्टेयर) |
SC/ST | 55% – 60% | ₹13,500 – ₹15,000 |
General/OBC | 45% – 50% | ₹10,000 – ₹12,000 |
यह सब्सिडी ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम्स इंस्टॉल करने के लिए होती है।
आवेदन कैसे करें? (PMKSY Apply Process)
- अपने राज्य के कृषि विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- PMKSY या सूक्ष्म सिंचाई (micro-irrigation) सेक्शन खोजें।
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरकर सबमिट करें।
- ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करें:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- खसरा-खतौनी (भूमि प्रमाण)
- अप्रूवल के बाद approved vendor से सिस्टम लगवाएं।
- निरीक्षण के बाद सब्सिडी सीधे आपके खाते में आ जाएगी।
ऑफ़लाइन विकल्प: अपने नज़दीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) या कृषि कार्यालय जाकर भी फॉर्म भर सकते हैं।
2025 के नवीनतम अपडेट
- आवेदन प्रक्रिया और तेज़ हो गई है।
- ऑनलाइन पोर्टल अब और भी यूज़र-फ्रेंडली हो गया है।
- हर राज्य के लिए अलग हेल्पलाइन नंबर और WhatsApp सपोर्ट भी उपलब्ध है।
🔍 Searchable FAQs (PMKSY 2025)
1. PMKSY क्या है और इसका फ़ायदा क्या है?
PMKSY यानी Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana का उद्देश्य है हर खेत तक पानी पहुंचाना और ड्रिप व स्प्रिंकलर सिंचाई को बढ़ावा देना।
2. आवेदन के लिए पात्रता क्या है?
कोई भी किसान जिसके पास खुद की ज़मीन हो और आधार-बैंक डिटेल्स हों, वह आवेदन कर सकता है।
3. कितनी सब्सिडी मिलती है और कैसे मिलती है?
SC/ST को 55–60% और General/OBC को 45–50% तक सब्सिडी मिलती है, जो इंस्टॉलेशन के बाद खाते में जाती है।
4. आवेदन के लिए किन दस्तावेज़ों की ज़रूरत है?
आधार कार्ड, बैंक पासबुक, ज़मीन का प्रमाण (खसरा/खतौनी) और एक फोटो।
5. आवेदन रिजेक्ट क्यों होता है?
गलत दस्तावेज़, डुप्लीकेट एंट्री, या ज़मीन से जुड़ी जानकारी मेल न खाने पर।
6. ऑनलाइन और ऑफलाइन कैसे आवेदन करें?
राज्य की कृषि वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरें या नज़दीकी KVK में जाकर ऑफलाइन आवेदन करें।
7. योजना की अंतिम तिथि क्या है?
हर राज्य की अपनी डेडलाइन होती है, इसलिए राज्य की वेबसाइट चेक करें या कृषि विभाग से संपर्क करें।
8. सब्सिडी कितने समय में मिलती है?
सिस्टम इंस्टॉलेशन और निरीक्षण के बाद आमतौर पर 30–60 दिनों में सब्सिडी मिल जाती है।
9. ड्रिप और स्प्रिंकलर में क्या अंतर है?
ड्रिप सिंचाई बूंद-बूंद पानी देती है जबकि स्प्रिंकलर बारिश की तरह पूरे खेत में पानी फैलाता है।
10. क्या किरायेदार किसान भी आवेदन कर सकते हैं?
अगर लीज एग्रीमेंट और ज़मीन मालिक की अनुमति हो, तो कई राज्यों में संभव है।
11. क्या हर राज्य में सब्सिडी प्रतिशत समान है?
नहीं, कुछ राज्यों में अलग-अलग दरें और शर्तें होती हैं। राज्य कृषि विभाग से कन्फर्म करें।
12. सिस्टम इंस्टॉल कराने में कितना समय लगता है?
Vendor से संपर्क करने के बाद 7–15 दिन के अंदर इंस्टॉलेशन पूरा हो सकता है।
13. अगर ज़मीन लीज पर है तो क्या आवेदन कर सकते हैं?
हाँ, पर ज़मीन मालिक की अनुमति और लीज डीड जरूरी है।
14. पोर्टल पर आवेदन स्टेटस कैसे देखें?
राज्य कृषि पोर्टल पर लॉगिन करके “Application Status” सेक्शन में चेक करें।
15. क्या एक किसान बार-बार आवेदन कर सकता है?
हर योजना में एक सीमित बार ही आवेदन किया जा सकता है, दोबारा के लिए पिछले रिकॉर्ड की समीक्षा होती है।
16. फॉर्म भरने में दिक्कत हो तो क्या करें?
नज़दीकी कृषि अधिकारी, KVK, या टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
17. ड्रिप सिस्टम की लागत क्या होती है?
लागत ज़मीन के क्षेत्रफल और सिस्टम की क्वालिटी पर निर्भर करती है, लगभग ₹25,000 से शुरू।
18. Approved vendor की सूची कहां मिलेगी?
राज्य कृषि विभाग की वेबसाइट या KVK से vendor की लिस्ट मिल सकती है।
19. क्या और भी सिंचाई योजनाएं उपलब्ध हैं?
हाँ, जैसे राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (RKVY) और राज्य स्तरीय स्कीमें भी होती हैं।
20. किस फसल को सबसे ज़्यादा लाभ होता है?
सब्ज़ियाँ, फल, गन्ना, कपास जैसी high-value फसलें ड्रिप सिंचाई से ज्यादा फायदा पाती हैं।
ज़रूरी लिंक्स और संपर्क सूत्र
विशेषज्ञ सुझाव
“ड्रिप सिंचाई से न केवल पानी की बचत होती है, बल्कि फसल की पैदावार में 30–40% तक की वृद्धि हो सकती है।” ये सिर्फ़ एक सब्सिडी नहीं, बल्कि स्मार्ट फार्मिंग का हिस्सा है।
📢 निष्कर्ष
मैं स्वयं सलाह दूंगा कि हर किसान भाई इस योजना का लाभ ज़रूर उठाएं। सब्सिडी पाना मुश्किल नहीं है – सिर्फ़ सही जानकारी और समय पर आवेदन से आप अपने खेत के लिए आधुनिक सिंचाई प्रणाली बेहद कम लागत में लगवा सकते हैं। आज ही अपने नज़दीकी KVK या कृषि कार्यालय से संपर्क करें।
Disclaimer: यह ब्लॉग सिर्फ़ सूचना के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया आवेदन करने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय अधिकारियों से पुष्टि करें।
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